How to Choose a Stock Broker in Hindi?

भारत में अपने लिए सर्वश्रेष्ठ शेयर दलाल कैसे चुने?

शेयर दलाल चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें

क्यूंकि आप भारत में एक शेयर दलाल चुनने के विषय में यह लेख पढ़ रहे हैं, यह निश्चित है की आप शेयर बाज़ार की दुनिया में कदम रखने की सोच रहें हैं | बहुत अच्छा निर्णय हैं | अगर सही ढंग से किया जाए तो निवेश करना और शेयर बाज़ार में सौदे करना , अन्य विकल्पों के मुकाबले आपको उच्चतम लाभ प्रदान कर सकता है | जितना सरल लगता है उस मुकाबले एक विशेष शेयर दलाल का चयन काफी मुश्किल है | इस समय पर लिया हुआ गलत निर्णय दलाली में खर्च हुए पैसे को , समय को और साथ में धन कमाने के अन्य पर्याप्त अवसरों को बर्बाद कर सकता है |

इससे पहले आप एक शेयर ब्रोकर को चुनते समय अन्य विचार किये जाने वाले पहलुओं के बारे में गहराई से सोचें, आपको एक ख़ास चीज़ पर निर्णय लेना है – क्या आप एक ट्रेडर हैं, या निवेशक हैं या फिर दोनों ?

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यदि आप एक ट्रेडर हैं और नियमित ट्रेड करेंगे तो आपको उच्च प्रदर्शन देने वाले ट्रेडिंग प्लेटफार्म या मंच के साथ सस्ती दलाली के मेल की आवयश्यकता पड़ेगी | ऐसे कई शेयर दलाल है जो की हर महीने एक निश्चित दलाली चार्ज या दलाली रकम लेकर आपको असीमित सौदे करने की सेवा प्रदान करते हैं | हो सकता है आपके सम्बन्ध में यह तरीका ज्यादा कारगर साबित हो |

लेकिन दूसरी तरफ अगर आप एक निवेशक हैं और लम्बे समय के लिए निवेश करने में रूचि रखते हैं तब दलाली चार्जेज़ की चिंता से ज्यादा आप रिसर्च और सलाहों के प्रति ज्यादा सजग होंगे | हालांकि, अगर आप दोनों हैं – एक निवेशक और साथ ही में एक ट्रेडर जो की बाज़ार की गति और चाल के अनुसार सौदे करता है – तब बाज़ार से आपकी अपेक्षाएं और भी अधिक होंगी |

चलिए अब उन महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में बात करते हैं जो की आपको एक विशेष शेयर दलाल के चयन में मदद करेंगे.

1. विभिन्न प्रकार के ब्रोकर

सन् 2010 तक शेयर दलाली की पूरी दुनिया बहुत ही बिखरी और बिन आकर थी | सभी शेयर दलाल कई सेवाओं का समूह देने के नाम पर हर सौदे में कुछ प्रतिशत दलाली लेते थे | इसलिए आप जितनी ज्यादा बड़ी रकम का सौदा करते थे आपको उतना ही ज्यादा पैसा शेयर दलाल को देना पड़ता था | ऐसे शेयर दलालों को पूर्ण रूप से सेवा क्षेत्र में कार्यरत शेयर दलाल के तौर पर जाना जाता था |

फिर कुछ वर्ष बाद , भारतीय शेयर बाज़ार में सस्ती दलाली वाली धारणा का परिचय हुआ | सन् 2010 में , ज़ेरोधा एक मात्र ऐसी कंपनी थी जिसने भारत में व्यापार के इस प्रतिरूप को अपनाया | सस्ती दलाली वाले ब्रोकर अपने ग्राहकों को दिखावे भरे ट्रेडिंग अनुभव नहीं देते हैं और मुख्य तौर पर ऑनलाइन सेवाएँ उपलब्ध कराते हैं | यह बिना किसी रिसर्च रिपोर्ट या भिन्न शहरों में स्थित दफ्तरों के बिना ही अपने ग्राहकों को ट्रेडिंग खाते और ट्रेडिंग मंच की सुविधा उपलब्ध करते हैं |

चलिए अब अन्य अलग पहलुओं के बारे में गहराई से सोचें ( किसी विशेष क्रम में नहीं ) और इस लेख के अंत में पहुचने तक आपको निर्णय लेने के लिए तैयार कर दें | अब हम आपको इस सन्दर्भ में कुछ शेयर ब्रोकर के उदहारण देंगे ( जहाँ जहाँ संभव होगा ) और दोनों ही पहलुओं के बारे में, यानी अच्छे और सामान्य शेयर ब्रोकर के विषय में भी चर्चा करेंगे |

2. कीमतें

अन्य मापदंडों और कई एक विशेष कारणों के चयन के साथ साथ कीमतों पर विचार करना, अत्यन्त महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं | जब हम कीमतों के बात करते हैं तो इसका तात्पर्य है:

खाता खोलने का शुल्क या फिर अकाउंट ओपनिंग शुल्क

एक पंजीकृत डीपी (डिपाजिटरी पार्टिसिपेंट ) के साथ खाता खोलने के लिए आपको कुछ शुल्क देने पड़ते हैं (यह खाता खोलने के / अकाउंट ओपनिंग चार्जेज़) कहलाते हैं | भिन्न ब्रोकरों के पास यह शुल्क अलग अलग हिसाब से लिए जाते हैं और इन शुल्कों को एक शेयर दलाल खुद ही तय करता है | कुछ शेयर दलाल काफी महंगी कीमतें लगाकर खाता खोलने के शुल्क लेते है तो कुछ इस खाते को निशुल्क भी खोलते हैं |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं – रेलिगेयर सिक्योरिटीज, फाएर्स 

बेकार हैं – शेरखान, माई वैल्यू ट्रेड

 

दलाली सम्बंधित शुल्क

जैसा की ऊपर संक्षेप में बताया गया है, हर अलग स्टॉक ब्रोकर अलग अलग प्रकार से शुल्क लगाता है | सेवा क्षेत्र में कार्य करने वाले शेयर दलाल, पूरे सौदे के मूल्य पर कुछ प्रतिशत दलाली लगाते हैं जबकि सस्ती दलाली वाले डिस्काउंट ब्रोकर्स, ट्रेड या आर्डर वैल्यू पर शुल्क न लगा कर एक निर्धारित रकम लेते हैं |

आजकल कुछ स्टॉक ब्रोकर तो एक निर्धारित समय में किये गए अनगिनत सौदों पर मासिक या वार्षिक शुल्क भी लगाते हैं | आपको इस चीज़ के प्रति सजग रहना है की आप अपने शेयर दलाल को दलाली के रूप में कितनी रकम दे रहें हैं अन्यथा आप अपने लाभ का भी भारी हिस्सा दलाली शुल्क देने में ही गँवा देंगे | याद रखें की आपको अपना खाता खोलते समय भी शेयर दलाल के संग मोल भाव करना है | वह हमेशा आपको यही समझाएँगे की यह सारे शुल्क कंपनी द्वारा पहले से ही निर्धारित होते हैं परन्तु दलाली शुल्क पर हमेशा मोल भाव किया जा सकता है |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं – ज़ेरोधा, 5 पैसा, मोतीलाल ओसवाल, बोनान्जा ऑनलाइन

बेकार हैं – कम्पोजिट एज, शेरखान, आईसीआईसीआई डायरेक्ट

 

सालाना खाता देख रेख शुल्कं या एनुअल मैन्टनन्स शुल्कं

अपने शेयर दलाल के साथ अपने डीमेट और ट्रेडिंग खाते की देख रेख हेतु आपको सालाना तौर पर एक और शुल्क देना पड़ता है | खाता खोलने के चार्जेज़ की तरह सालाना देख रेख शुल्क या अकाउंट मैन्टनन्स चार्ज ( ऐएमसी ) भी अलग अलग शेयर दलालों के पास भिन्न रकम में लिए जाते हैं | यदि आप लम्बे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं और नियमित रूप से ट्रेडिंग करने में रूचि नहीं रखते हैं तो हम आपको सस्ते या निशुल्क एनुअल मैन्टनन्स चार्जेज़ की सेवा प्रदान करने वाले ब्रोकर के साथ जुड़ने को कहेंगे अन्यथा आपको उनकी निरंतर सेवा न लेते हुए भी नियमित रूप से यह शुल्क देते रहना पड़ेगा |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं – उप्स्टोक्स (या आरकेएसवी), एसऐएस ऑनलाइन, आईआईएफ़एल, आईसीआईसीआई डायरेक्ट

बेकार हैं – विज़्डम कैपिटल , जिओजीत बीएनपी पारिबास, एचडीएफसी सिक्योरिटीज

 

शुरुवाती संचय रकम या इनिशियल मार्जिन

स्टॉक मार्केट में सौदे करने से पहले आपको अपने ट्रेडिंग खाते में कुछ निर्धारित रकम को शुरुवाती संचय या मार्जिन के रूप में रखना होता है | मार्जिन की रकम एक तरह से आपके खाते की बचत रकम होती है | सेवा क्षेत्र में कार्यरत शेयर दलाल की प्रतिशत दलाली आपके भारी अग्रिम मार्जिन रकम पर निर्भर करती है | जितनी ज्यादा आप शुरुवाती मार्जिन देंगे, उतनी ही कम दलाली आप से ली जाएगी | इसलिए यह ध्यान रखियेगा की एक निश्चित मार्जिन रकम का वादा करने से पहले आप अपने शेयर दलाल के साथ मोल भाव कर लें |

 

अन्य अप्रत्यक्ष शुल्क या हिडन कास्ट्स

कुछ शेयर ब्रोकर कुछ अप्रत्यक्ष शुल्क या हिडेन चार्जेज़ भी वसूलते हैं जिनका की ज़िक्र खाता खोलने की प्रक्रिया में नहीं किया जाता है | खाता खोल कर ट्रेडिंग करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें की आपने अपने ब्रोकर से विस्तार में चर्चा कर ली है और एक ई मेल द्वारा पूर्ण निश्चित शुल्कों का लिखित विवरण ले लिया है |

 

3. ट्रेडिंग सेगमेंट/क्षेत्रों की सीमा या रेंज

अलग अलग लोग भिन्न प्रकार के आर्थिक उत्पादों में निवेश या ट्रेड करने में रूचि रखते हैं , जिसमे की शामिल इक्विटीज़, कमोडिटी, मुद्रा या करेंसी, म्यूच्यूअल फंड्स, आईपीओज़, एनसीडीज़, ऍफ़डीज़, इत्यादि| अपने निवेश या ट्रेडिंग की प्राथमिकताओं का चयन करके यह जाँचिये की अलग अलग शेयर ब्रोकर के पास आपकी ज़रुरत के हिसाब से क्या कुछ उपलब्ध है | यदि आप आज से कुछ महीनों के बाद म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करना चाहते हैं , तो आपको यह सुनिश्चित करना होगा की जिस भी शेयर ब्रोकर का चयन आप कर रहें हैं, वह अन्य निवेश उत्पादों के साथ, म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश कराने की सुविधा भी ज़रूर प्रदान करता हो |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं- शेरखान, आईआईएफ़एल, ज़ेरोधा, मोतीलाल ओसवाल

बेकार हैं – एचडीएफसी सिक्योरिटीज, सेमको

 

4. पैसे के स्थानान्तरण या ट्रान्सफर की प्रक्रिया

यदि आप अपना डीमेट खाता एक बैंक आधारित शेयर ब्रोकर के साथ खोलते हैं ( जैसे की आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज ) तो वह आपको थ्री इन वन डीमेट खाते की सुविधा देते हैं और आपको हर बार पैसा ट्रान्सफर करने की चिंता नहीं रहेगी | लेकिन यदि आप अपना डीमेट खाता एक गैर बैंक आधारित शेयर ब्रोकर के साथ खोलते हैं ( जैसे की ज़ेरोधा या एंजेल ब्रोकिंग ) , तब हार बार ट्रेडिंग खाते में पैसे खत्म होने पर आपको रकम ट्रान्सफर करनी पड़ेगी.

हालांकि अधिकतर शेयर दलालों के पास पैसे ट्रान्सफर करने हेतु कई बैंकों के साथ ऑनलाइन सम्बन्ध हैं पर फिर भी कई बार इसमें असुविधा हो सकती है |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं- आईसीआईसीआई डायरेक्ट, एचडीएफसी सिक्योरिटीज, कोटक सिक्योरिटीज

बेकार हैं – शेरखान, उप्स्टोक्स (या आरकेएसवी), सेमको

 

5. भौगोलिक उपस्थिति

कई बार सब्ब्रोकर या फ्रैंचाइज़ी सूत्रों के माध्यम से हम एक शेयर दलाल से व्यक्तिगत रूप में मिलना चाहते हैं| इस भेंट और चर्चा की वजह कुछ सूचीबद्ध शेयर या पोर्टफोलियो की तरंगों को समझना और बाज़ार के चलन का सामान्य ज्ञान लेना होता है | इसी वक़्त एक शेयर दलाल का आपके क्षेत्र में या उसके आस पास व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना महतवपूर्ण होता है | इस सुविधा को सभी सस्ती दलाली वाले डिस्काउंट शेयर दलाल नहीं उपलब्ध कराते हैं और दूसरी तरफ यही  सुविधा सभी सेवा क्षेत्र में कार्यरत शेयर दलालों के अधिक बिक पाने का यह मुख्य कारण होता है | यह देश के विभिन्न हिस्सों में, सब्ब्रोकर या फ्रैंचाइज़ी सूत्रों के माध्यम से अपना बड़ा जाल बिछा लेते हैं और लोगों तक पहुँच जाते  हैं |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं- एंजेल ब्रोकिंग, इंडिया इन्फोलाइन (आईआईएफ़एल) , मोतीलाल ओसवाल

बेकार हैं – ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन, उप्स्टोक्स ( स्पष्ट तौर पर सभी सस्ते या डिस्काउंट ब्रोकर )

 

6. ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म्स अर्थात ट्रेडिंग मंच

विश्व में साधारण जानकारी का बढ़ती तकनीकों के संग मेल या डिजीटाईज़ेशन होने के कारण (ख़ास तौर से भारत में) आज के समय में कई विशेषताओं में से, ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफार्म एक शेयर दलाल के चयन हेतु सबसे ज़रूरी मापदंड है | हालांकि कुछ शेयर दलाल अभी भी अपने ग्राहकों को एनएसई, बीएसई आधारित ट्रेडिंग प्लेटफार्म (जो की अपने आप में अच्छा है ) की सुविधा प्रदान करना पसंद करते हैं, परन्तु कुछ ऐसे भी हैं जो की अपनी आधुनिक तकनीक को ही अपना मुख्य आकर्षण बता कर अपनी विशेषताएँ सिद्ध कर रहे हैं | कुछ इस प्रकार भी हैं जो सौदों पर दलाली न लगाकर , उनके विस्तृत ट्रेडिंग मंचों में से ग्राहक द्वारा चुने गए ट्रेडिंग प्लेटफार्म पर शुल्क लेते हैं |

किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफार्म की कुछ महत्वपूर्ण विशेषताएँ इस प्रकार होनी चाहिए :

  • सॉफ्टवेयर का प्रदर्शन/ उसकी गति
  • मौजूदा समय में हो रही घटनाओं की जानकारी अर्थात रियल टाइम फीड्स
  • सौदा लगाने की भरोसेमंद सुविधाएँ
  • संवादात्मक या दोनों तरफ के विचार प्रकट करने वाली चार्टिंग

हो सकता है की एक ट्रेडर की अपेक्षाएं ज्यादा हों और वह कुछ और विशेषताओं को प्राप्त करना चाहे | इसलिए यह अत्यन्त ज़रूरी है की एक शेयर दलाल के द्वारा दिए जाने वाला ट्रेडिंग प्लेटफार्म आपकी प्राथमिकताओं और उम्मीदों पर खरा उतरे |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं- ज़ेरोधा, फाएर्स, 5 पैसा

बेकार हैं – ट्रेड स्मार्ट ऑनलाइन, प्रोस्टॉक्स, रेलिगेयर सिक्योरिटीजसेमको

 

7. रिसर्च टीम की विशेषज्ञता

चाहे आप एक निवेशक हों या फिर ट्रेडर, किसी भी शेयर दलाल से जुड़ते समय आप एक उससे एक विशेषज्ञ रिसर्च समूह की अपेक्षा हमेशा रखेंगे | एक ट्रेडर तो ख़ास तौर पर रिसर्च पर निर्भर रह कर , सलाह चाहेगा ताकि वह उसी अनुसार अपने सौदे लगा सके | सस्ती दलाली वाले डिस्काउंट शेयरब्रोकर , बाज़ार से सम्बंधित या रोज़ खरीद बेच करने वाली सलाहें, इत्यादि की सुविधा नहीं देते हैं जबकि सेवा क्षेत्र से जुड़े अधिकांश ब्रोकर अपनी स्वयं के रिसर्च समूह के द्वारा यह सेवा उपलब्ध करातें हैं | इस टीम या समूह को शेक्षिक ज्ञान के साथ साथ बाज़ार के भिन्न सेग्मेंट्स में ट्रेडिंग का अनुभव होता है | यह अर्थव्यवस्था से जुड़े अलग अलग टीवी चैनल द्वारा, बाज़ार के मौजूदा हाल को देखते हुए अपने विचार व्यक्त करते हैं |  

कई सारे अख़बारों और जर्नल्स जैसे की इकनोमिक टाइम्स, इत्यादि , नियमित रूप से इन विशेषज्ञों द्वारा लिखे गए लेख छापते हैं | आप ध्यान देकर यह समझ सकते हैं की कौन ज्यादा विख्यात हैं और अख़बारों, जर्नल्स, पत्रिकाओं , टीवी शो में अपनी उपस्थिति दे रहा है | हो सकता है की आप निश्चित न हों पर हमे ज्ञात है की देश का मुख्य रिसर्च समूह कौन सा है |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं – मोतीलाल ओसवाल, कार्वी ऑनलाइन5 पैसा

बेकार हैं – उप्स्टोक्स (या आरकेएसवी), ज़ेरोधा, प्रोस्टॉक्स

 

8. ग्राहक सेवा

एक शेयर दलाल द्वारा दी जा रही ग्राहक सेवा , प्रशासनिक समस्याओं को सुलझाने से अधिक है | ग्राहक सेवा में यह निम्न शामिल है :

  • कम समय लेते हुए ग्राहकों की समस्याओं का पूर्ण समाधान
  • ग्राहक सेवा का अनेक माध्यमों द्वारा उपलब्ध होना , जैसे की फ़ोन, ई मेल, वार्तालाप, सोशल मीडिया, बोट्स, इत्यादि |
  • दिन के समय ज्यादा से ज्यादा ग्राहक सेवा का उपलब्ध होना |
  • कई एक भाषाओँ में ग्राहक सेवा उपलब्ध कराना, जैसे की हिंदी ओर अंग्रेजी |
  • समय पर समस्या का समाधान न मिल पाने पर शिकायत वर्धन की लिए सही प्रक्रिया का उपलब्ध होना |

हालांकि कई शेयर दलाल अपनी बहुत ही ख़राब सेवाओं के लिए जाने जाते हैं , कुछ शेयर दलाल ठीक ठाक ग्राहक सेवा प्रदान करते हैं ( हालांकि, ग्राहक सेवा मनोवाद का विषय भी है ) हम आपको सलाह देंगे की आप माउथशट जैसी वेब साइट्स पर लिखी समीक्षा को न माने क्यूंकि कई एक बार शेयर दलाल अपनी प्रतियोगिओं के खिलाफ जाने के लिए फर्जी समीक्षाएं ही लिख देते हैं |

इसको परखने का एक बेहतर तरीका यह होगा की आप ग्राहक सेवा की उत्तमता के बारे में अपने उन परिवार जनों या मित्रों से पता करें जिनका खाता पहले से ही आपकी पसंद के शेयर दलाल के पास खुला हुआ है |  

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं- आईसीआईसीआई डायरेक्टमोतीलाल ओसवाल

बेकार हैं – एंजेल ब्रोकिंग, शेरखान

 

9. शेयर दलाल का इतिहास एवं प्रतिष्ठा

चर्चा के अंतिम चरण का लेकिन अत्यन्त महत्वपूर्ण विषय यह है की हम एक शेयर दलाल के इतिहास और प्रतिष्ठा के बारे में सब कुछ जानते और समझते हों | हालांकि, हम सस्ती दलाली वाले डिस्काउंट ब्रोकरों के बारे में चर्चा करते हैं पर अधिकतर डिस्काउंट ब्रोकर अभी नए हैं और हाल में ही अपने काम को स्थापित किया है इसलिए उनके इतिहास के बारे में आपको कुछ ज्यादा ज्ञात नहीं हो सकता है | पर आप इन शेयर दलालों के स्थापित होने के उपरांत इनकी प्रगति को बाज़ार में इनके कार्य की अवधी, इनके यहाँ के कर्मचारीयों की संख्या, इनके रोज़ के व्यापार या टर्नओवर, इनके द्वारा उपलब्ध कराए गए सेग्मेंट्स, इनके सक्रिय ग्राहकों की संख्या , इत्यादि के माध्यम से पता कर सकते हैं.

जहाँ तक सेवा क्षेत्र में कार्यरत शेयर दलालों का प्रशन है, अधिकांश का इतिहास प्रदर्शित होता है | कुछ एक शेयर दलालों की स्थापना तो सन् 1980 में हुई है और यह इस कार्यकाल में इन्होने अपने लिए एक विरासत खड़ी करी है | सेवा क्षेत्र में कार्यरत शेयर दलालों के मान सम्मान को हम इनके रोज़ के व्यापार या टर्नओवर, देश भर में फैले इनके सब्ब्रोकर नेटवर्क, देश के हिस्सों में इनकी पहुच , इनके ब्रांड के नाम, इत्यादि से परख सकते हैं |

अंत में हम आपको यह सुझाव देंगे की आप अपने पसंदीदा शेयर दलाल के साथ हर विषय पर विस्तार में चर्चा करें और दलाली, खाता देख रेख शुल्क, इत्यादि जैसे पहलुओं पर अपनी समझ से सही जोर देकर ज़रूरी सांठ गांठ करें |

इस सन्दर्भ में अच्छे शेयर दलाल हैं – आईसीआईसीआई डायरेक्ट, ज़ेरोधा, आईआईएफ़एल

बेकार हैं – जिओजीत बीएनपी पारिबास, रेलिगेयर सिक्योरिटीज

 

अगर आप स्टॉक ब्रोकर के साथ खाता खुलवाना चाहते हैं या सिफ्ट बात करना चाहते हैं, तो अपनी बारे में यहाँ बतायें:

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भारत में अपने लिए सर्वश्रेष्ठ शेयर दलाल कैसे चुने?
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